बंदरगाहों पर एवं पाइप लाइन में खाद्य तेलों का स्टॉक कम

14-Nov-2025 12:10 PM

मुम्बई। जुलाई-अगस्त एवं सितम्बर की तुलना में अक्टूबर माह के दौरान विदेशों से आयात में भारी कमी आने के कारण नवम्बर के आरंभ में भारतीय बंदरगाहों  पर तथा पाइप लाइन में खाद्य तेलों का स्टॉक घट गया।

इसके अलावा पीक त्यौहारी सीजन का समय होने के कारण अक्टूबर में खाद्य तेलों की घरेलू मांग एवं खपत भी बहुत बढ़ गई। 

एक अग्रणी उद्योग संगठन- सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सी) द्वारा संकलित आंकड़ों के अनुसार 1 नवम्बर 2025 को बंदरगाहों पर एवं पाइप लाइन में कुल मिलाकर 17.31 लाख टन खाद्य तेलों का स्टॉक मौजूद था जो 1 अक्टूबर को उपलब्ध स्टॉक 19.85 लाख टन से 2.54 लाख टन कम था।

इसके तहत खाद्य तेलों का स्टॉक बंदरगाहों पर 10.29 लाख टन से गिरकर 10.03 लाख टन तथा पाइप लाइन में स्टॉक 9.56 लाख टन से घटकर 7.28 लाख टन रह गया।

उल्लेखनीय है कि 1 नवम्बर 2024 को बंदरगाहों पर 6.57 लाख टन तथा पाइप लाइन में 17.51 लाख टन के साथ कुल 24.08 लाख टन खाद्य तेलों का भारी-भरकम स्टॉक मौजूद था। दिसम्बर 2024 के आरंभ में यह स्टॉक और भी बढ़कर 25.69 लाख टन पर पहुंच गया था। 

एसोसिएशन के नवीनतम आंकड़ों से पता चलता है कि भारत में सितम्बर 2025 के दौरान करीब 16.59 लाख टन खाद्य तेल का आयात हुआ था जो अक्टूबर में घटकर 13.28 लाख टन पर अटक गया। यह मात्रा अक्टूबर 2024 के आयात 14.27 लाख टन से भी एक लाख टन कम है।

इससे पूर्व भारत में अगस्त 2025 में 16.79 लाख टन, जुलाई में 16.17 लाख टन तथा जून में 15.98 लाख टन खाद्य तेल का आयात हुआ था।

भारत में प्रति माह 20 लाख टन से ज्यादा खाद्य तेलों का उपयोग होता है जिसके मुकाबले नवम्बर के आरंभ में स्टॉक कम था लेकिन विदेशों से इसका नियमित आयात जारी है।