भारत में उड़द आयात: ब्राज़ील की हिस्सेदारी तेज़ी से बढ़ी।
14-Nov-2025 05:27 PM
भारत में उड़द आयात: ब्राज़ील की हिस्सेदारी तेज़ी से बढ़ी।
★ भारत में उड़द की मांग उच्च स्तर पर बनी हुई है और आयात स्रोतों में बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। म्यांमार के साथ अब ब्राज़ील भी एक महत्वपूर्ण सप्लायर के रूप में तेजी से उभर रहा है।
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मासिक आयात आँकड़े: ब्राज़ील की हिस्सेदारी में तेज उछाल
★ अक्टूबर में कुल 1.07 लाख टन उड़द आयात हुई, जिसमें म्यांमार से 68,043 टन और ब्राज़ील से 39,121 टन आयात किया गया।
★ सितंबर में कुल 1.26 लाख टन आयात में म्यांमार की हिस्सेदारी 81,313 टन और ब्राज़ील की 44,882 टन रही।
★ इन दो महीनों में ब्राज़ील की हिस्सेदारी लगभग म्यांमार के आधे स्तर तक पहुँच गई, जो अब तक का सबसे बड़ा उछाल है।
★ अप्रैल–अगस्त 2025 के आयात आँकड़ों के अनुसार कुल आयात 2.86 लाख टन रहा। म्यांमार से 2.37 लाख टन और ब्राज़ील से करीब 45,000 टन आयात हुआ।
★ अप्रैल–मार्च 2024–25 के वार्षिक डेटा के अनुसार कुल 8.2 लाख टन आयात में से ब्राज़ील से 0.84 लाख टन और म्यांमार से 7.15 लाख टन उड़द आयात किया गया।
★ यह तुलना साफ दिखाती है कि सिर्फ एक साल में ब्राज़ील की हिस्सेदारी में जबरदस्त विस्तार हुआ है।
★ इस वर्ष ब्राज़ील का उड़द उत्पादन 60,000 टन से बढ़कर 1 लाख टन से अधिक पहुँचने की उम्मीद है।
★ ब्राज़ील की फसल की गुणवत्ता म्यांमार की तुलना में अधिक साफ, दाने बड़े और बेहतर ग्रेड वाली मानी जा रही है।
★ बेहतर क्वालिटी की वजह से ब्राज़ीलियन उड़द भारतीय बाजार में अधिक दाम पाती है, जिससे वहाँ के किसानों और निर्यातकों को मजबूत प्रोत्साहन मिला है।
★ हालांकि ब्राज़ील का कुल उत्पादन अभी भी म्यांमार की तुलना में काफी कम है और आने वाले महीनों में ब्राज़ील की उपलब्धता सीमित हो सकती है।
★ यदि भारत से लगातार मजबूत खरीद रुचि देखने को मिलती है, तो ब्राज़ील में उड़द की खेती अगले वर्ष दोगुनी भी हो सकती है।
★ म्यांमार के मुकाबले ब्राज़ील में कृषि योग्य रकबा अधिक है, इसलिए यदि बाज़ार का समर्थन मिला तो वहाँ उत्पादन किसी भी स्तर तक पहुँच सकता है।
