2024-25 के सीजन में पेट्रोलियम कंपनियों को 1002 करोड़ लीटर एथनॉल की आपूर्ति

14-Nov-2025 10:55 AM

नई दिल्ली। भारत में पेट्रोलियम में एथनॉल के मिश्रण (ईबीपी) कार्यालय में उल्लेखनीय प्रगति देखी जा रही है। एथनॉल के उत्पादन में भारी बढ़ोत्तरी होने से पेट्रोल में इसके मिश्रण का स्तर काफी ऊंचा हो गया है। उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार 2024-25 के मार्केटिंग सीजन (नवम्बर-अक्टूबर) के दौरान तेल विपणन कंपनियों

(ओएमसी) को कुल 1002.99 करोड़ लीटर एथनॉल की आपूर्ति हुई। इसमें से अनाज (मुख्यतः मक्का एवं चावल) से निर्मित एथनॉल की भागीदारी 686.79 करोड़ लीटर तथा गन्ना अवयवों से उत्पादित एथनॉल की हिस्सेदारी 316 करोड़ लीटर दर्ज की गई। 

इसके फलस्वरूप भारत ने एथनॉल मिश्रण कार्यक्रम में शानदार उपलब्ध्ति हासिल कर ली। पहले वर्ष 2030 तक पेट्रोल में 20 प्रतिशत एथनॉल के मिश्रण का लक्ष्य निर्धारित किया गया था

मगर इसे नियत समय से 5 वर्ष पूर्व यानी 2025 में ही हासिल कर लिया गया। इसके फलस्वरूप भारत को क्रूड खनिज तेल के आयात पर निर्भरता घटाने तथा अत्यन्त खर्च में कटौती करने में सफलता प्राप्त हो गई।

ध्यान देने की बात है कि भारत को सर्वाधिक विदेशी मुद्रा पेट्रोलियम के आयात पर ही खर्च करनी पड़ती है जिस पर अंकुश लगाने में एथनॉल मिश्रण कार्यक्रम सहायक साबित हो रहा है। 

2025-26 के वर्तमान मार्केटिंग सीजन (नवम्बर-अक्टूबर) के लिए तेल (पेट्रोलियम) विपणन कंपनियों द्वारा करीब 1048 करोड़ लीटर एथनॉल की आपूर्ति के लिए कोटा आवंटित किया गया है जबकि उसे डिस्टीलरीज की ओर से 1776 करोड़ लीटर की आपूर्ति का ऑफर दिया गया था। यह प्रथम चक्र का आवंटन  है। इस चक्र में ओएमसी के कुल 1050 करोड़ लीटर एथनॉल की आपूर्ति का टेंडर आमंत्रित किया था। 

प्रथम चक्र के लिए एथनॉल की जितनी मात्रा का आवंटन किया गया है उसमें मक्का से निर्मित एथनॉल की मात्रा सबसे ज्यादा 478.90 करोड़ लीटर (45.68 प्रतिशत) है। इसके बाद भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के चावल से निर्मित एथनॉल की मात्रा करीब 233.30 करोड़ लीटर (22.25 प्रतिशत),

गन्ना जूस से निर्मित एथनॉल की मात्रा 165.90 करोड़ लीटर, बी हैवी शीरा वाले एथनॉल की मात्रा 110.50 करोड़ लीटर, क्षतिग्रस्त अनाज वाले एथनॉल की मात्रा 47.60 करोड़ लीटर तथा सी हैवी शीरा वाले एथनॉल की मात्रा 12.20 करोड़ लीटर शामिल है। तथा मार्केटिंग सीजन 1 नवम्बर 2025 से आरंभ हो चुका है।